Tuesday, August 9, 2016

बेटी दान




- इंदु बाला सिंह


बेटा पैदा हुआ । खुशी में गाय आ गयी घर में । और मैंने इसे अपमान समझा  अपना । यह सच है कि मुझे भाई मिला पर अपने पिता  के इस कृत्य  से मुझे अपमान महसूस हुआ  ।

गाय सुबह तीन किलो दूध देती थी और शाम को तीन किलो । शाम का दूध बेच दिया जाता था ।

क्या मेरे जन्म की खुशी में गाय नहीं आ सकती थी ?


बेटी थी मैं । मुझे तो दूसरे  के घर जाना था । मैं दान की पात्र थी ।


मेरी दस साल की उम्र में मेरे भाई का जन्म हुआ ।

यह तो समय ही बताया कौन कहां  गया ।