Thursday, December 24, 2015

पुस्तकों की दयनीय स्थति




- इंदु बाला सिंह




- आंटी ! किताब लीजिये ।

एक दुबला पतला काला सा टाई लगाया सेल्समैन गेट के बाहर ही खड़ा हो दिखाने लगा किताब ।

- नहीं नहीं मुझे नहीं चाहिये किताब ।

घबरा कर कहा मैंने ।

मुझे उस सेल्समैन की स्थिति बड़ी दयनीय लग रही थी ।

- ले लीजिये आंटी बहुत अच्छी अच्छी रेसिपी की किताब है ।

- सब कुछ तो नेट में मिल जाता है । मुझे नहीं चाहिये किताब ।

मना तो कर दी फिर लगा ..... कैसे मर रहीं हैं पुस्तकें नेट के कारण ।

- आप  पुस्तकें किसी को गिफ्ट दे दीजियेगा ।

- नहीं नहीं ।

और मैं पुस्तकों की दयनीय स्थिति पर दुखी हो गई । 

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