25 May
2015
21:02
-इंदु बाला
सिंह
कौन
कहता है आज के युवा अधीर होते हैं | अपने
कालेज की क्लासमेट हो या जूनियर अगर वे दोस्त हैं तो आठ नौ साल तक
अपनी अपनी कम्पनी में नौकरी करने के बाद अपना घर बसाते हैं | उनकी दोस्ती
या कहिये प्रेम समझदारी से भरा होता है न कि जूनून से |
अलग अलग शहरों
में काम करनेवाले मध्यम वर्ग के ये युवा पति पत्नी समझदारी के प्रतीक होते हैं |
अपने हाथों
अपना जीवन स्तर सुधारनेवाले ये युवा हमारे देश की कीमती धरोहर हैं |
अब लैला मजनू
की कहानियां अजूबी हैं |
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