08 April
2015
17:12
-इंदु बाला
सिंह
'
टीचर ! देखिये रवीश कितना मारा है मुझे | अपने सातों दोस्त के साथ मिल कर मारा है |
'
बारहवीं कक्षा
का छात्र जय खड़ा था मिस बराल के सामने | गले में दोनों तरफ खरोंच के निशान , बायीं
आंख सूजी हुयी लाल थी | शायद मुंह पर जोरदार घूंसा पड़ा था |
' क्यों मारा
? '
मिस बराल
परेशान थी | पूरे कैम्पस , कक्षा और बरामदे में कैमरा लग जाने के कारण बच्चे स्कूल
गेट के बाहर निकल कर मारपीट करते थे |
' मिस ! बोलता
है मैंने उसकी शर्ट पर लिख दिया है | पूछिये पूरी कक्षा से - मैंने नहीं लिखा है |
'
' ठीक है तुम
तो स्कूटी से आये हो न | मेरे साठ ही
निकलो कल बुलाओंगी रवीश के पेरेंट को | '
और मिस बराल
और जय दोनों एकसाथ निकल गये स्कूल गेट से |
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