10
November 2014
21:53
-इंदु बाला
सिंह
"
तेरी माँ तेरे साथ रहती है ? " सासु माँ का कामवाली से गप्पें मारना भी एक
टाईम पास था |
" हां
माँ | " फर्श पर पोचा मारते मारते कामवाली बोली |
" क्यों
? अपने बेटे के पास क्यों नहीं रहती ? "
ये लो अब रूक
गया काम |
" अब
क्या बोलूं माँ मेरा भाई बोलता है तू तो बेटी की शादी की है इतना खर्चा कर के | रह
तू अपनी बेटी के पास | उसकी औरत भी नहीं मानती है मेरी माँ को | कुछ कुछ झूठ सच
लगा कर बोलती रहती है भाई को | माँ जाती है भाई के पास कभी कभी मिलने उससे | मेरी
माँ भी तो काम करती है घरों में | " फिर शुरू कर दिया कामवाली ने फर्श पर
पोचा मारना |
सासु माँ चुप
रह गयी |
No comments:
Post a Comment