14 August
2014
13:53
-इंदु बाला
सिंह
हमेशा
वह निकालती थी ए० टी० एम० से रूपये |
वह नसुड्द्धा
दिन था शायद उसके लिये |
आज भी याद है
उसे वह दिन ........
उसने अकाउंट चेकिंग किया स्लिप नहीं निकला | पेमेंट
तो पहुंच ही गया है यह सोंचते हुये उसने रूपये निकालने के लिये संख्या टाईप की और
' इंटर ' बटन पे क्लिक मार दिया |
देर तक वह खड़ी
रही रूपये न निकले |
परेशान हो के
वह पास के दुसरे ए० टी० एम० पे गयी | वहां जब उसने रुपयों की संख्या टाईप कर '
इंटर ' बटन पे क्लिक मारा तो ए० टी० एम० मशीन ने लिख दिया ' नॉट सफिसियेंट बैलेंस
' |
अब उसे ऐसा
लगा मानो उसके शरीर का रक्त पल भर में सूख गया है | पल भर में ए० टी० ने हजम कर
लिये थे उसके रूपये |
और वह घबरा के
पहुँची अपने बैंक |
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