आखिर
मिला अमरीकन की शादी का कार्ड |
अमरीका से
छंटनी होने के बाद स्वदेश लौटने पर उसका नाम अमरीका रख दिया था मुहल्ले ने |
पचास वर्ष की
उम्र में उसे अपनी जाति की मनचाही लड़की मिली |
उससे भी बड़ी खुशी की बात थी कार्ड के लिफाफे पर लिखा घर
की विधवा नुखिया का नाम था .... " मिसेज वर्मा एंड फैमिली "
मिसेज वर्मा
ने आशीस दिया मन ही मन विभोर को |
कार्ड बाँटने
खुद दूल्हा आया था |
No comments:
Post a Comment