Friday, January 24, 2014

सरल मेमना ( लोक कथा )

दो भेड़िये आपस में लड़ रहे थे |

कूदते फांदते सड़क से गुजरते हुए मेमने की निगाह लड़ते भेड़ियों पर पड़ी |

मेमना कुछ पल तक वहीं खड़ा रहा | फिर उसे याद आयी गुरूजी की बात .. लड़ना नहीं चहिये .....हमें आपस में मिल कर रहना चाहिए ....

मेमना चिल्लाने लगा ..... अरे ! क्यों लड़ते हो ........लड़ो मत ....अरे ! लड़ो मत ....

भेड़ियों की लड़ाई पल भर में रुक गयी |

उनकी निगाह मेमने  पर पड़ी |

दोनों की निगाहें आपस में मिलीं | आंखें चमकीं |

वे दोनों एक साथ मेमने पर टूट पड़े |






No comments:

Post a Comment