दो
भेड़िये आपस में लड़ रहे थे |
कूदते फांदते
सड़क से गुजरते हुए मेमने की निगाह लड़ते भेड़ियों पर पड़ी |
मेमना कुछ पल
तक वहीं खड़ा रहा | फिर उसे याद आयी गुरूजी की बात .. लड़ना नहीं चहिये .....हमें
आपस में मिल कर रहना चाहिए ....
मेमना
चिल्लाने लगा ..... अरे ! क्यों लड़ते हो ........लड़ो मत ....अरे ! लड़ो मत ....
भेड़ियों की
लड़ाई पल भर में रुक गयी |
उनकी निगाह
मेमने पर पड़ी |
दोनों की
निगाहें आपस में मिलीं | आंखें चमकीं |
वे दोनों एक
साथ मेमने पर टूट पड़े |
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