Friday, September 13, 2013

हिन्दी प्रेम

" तुम हिन्दी विषय नहीं ले सकती M.I.L.में | तुम्हारी मातृभाषा ओड़िया है | तुम्हें ओड़िया  कक्षा में ही बैठना होगा | " कक्षा के मुख्य अध्यापक ने कहा |
शिक्षक तैयार ही नहीं थे विनीता को हिन्दी कक्षा में बैठने देने को | 
" नहीं सर !  हिन्दी   में मेरे नम्बर अच्छे आते हैं | मैं हिन्दी विषय ही चुनुंगी | " नवम कक्षा की छात्रा विनीता ने जिद किया | 
नवम कक्षा से ही दो सेक्शन  बन जाता था विद्यालय में - ओड़िया सेक्शन और हिन्दी सेक्शन | हिन्दी सेक्शन में जिन छात्रों की मातृभाषा ओड़िया नहीं है वे बैठते थे और वे हिन्दी विषय ही पढ़ते थे M.I.L. में |
विनीता की जिद विद्यालय के प्रिंसिपल तक पहूंची |
" ठीक है | तुम अपने पिता से आप्लिकेसन  लिखवा कर लाओ कि तुम्हें हिन्दी विषय पढ़ने दिया जाय M.I.L. में | "  प्रिंसिपल ने विनीता को समझाया |

दुसरे दिन विनीता ने विद्यालय विनीता ने पिता के हाथ का लिखा हिन्दी पढने देने के लिए  अनुरोध पत्र    प्रिंसिपल को दे दिया |
अब विनीता हिन्दी सेक्शन में बैठने लगी |


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